loader image
Close
  • Home
  • About
  • Contact
  • Home
  • About
  • Contact
Facebook Instagram

आरती

आचार्य श्री आरती-13

By मुनि श्री निराकुल सागर जी महाराज 

==आरती==

आरतिया कीजे ।
थाल दिया लीजे ।।
आरतिया पहली, सम्यक् दर्शन की ।
शिव सीढ़ी पहली, सम्यक् दर्शन ही ।।
हेत नेत्र भींजे ।
थाल दिया लीजे, आरतिया कीजे ।।

आरतिया दूजी, सम्यक् अवगम की ।
इक सांची पूंजी, सम्यक् अवगम ही ।।
हेत नेत्र दूजे ।
थाल दिया लीजे, आरतिया कीजे ।।

आरतिया तीजी, सम्यक् चारित की ।
नम अंखिया तीजी, सम्यक् चारित ही ।।
हेत नेत्र तीजे ।
थाल दिया लीजे, आरतिया कीजे ।।

Sharing is caring!

  • Facebook
  • Twitter
  • LinkedIn
  • Email
  • Print

Leave A Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

*


© Copyright 2021 . Design & Deployment by : Coder Point

© Copyright 2021 . Design & Deployment by : Coder Point