loader image
Close
  • Home
  • About
  • Contact
  • Home
  • About
  • Contact
Facebook Instagram

आचार्य श्री पूजन

गुरु-पाद पूजन – 250

By मुनि श्री निराकुल सागर जी महाराज 

परम पूज्य मुनि श्री निराकुल सागरजी द्वारा रचित

पूजन क्रमांक 250

झट,
दो लगा तट
खिवैय्या !
बीच भँवर नैय्या ।। स्थापना।।

शरण आया,
मेरे भगवन् !
भींगे नयन लाया ।।जलं।।

शरण आया,
मेरे भगवन् !
घट चन्दन लाया ।।चन्दनं।।

शरण आया,
मेरे भगवन् !
शालि धाँ कण लाया ।।अक्षतं।।

शरण आया,
मेरे भगवन् !
श्रद्धा सुमन लाया ।।पुष्पं।।

शरण आया,
मेरे भगवन् !
भोग छप्पन लाया ।।नैवैद्यं।।

शरण आया,
मेरे भगवन् !
दीप रतन लाया ।।दीपं।।

शरण आया,
मेरे भगवन् !
धूप शगुन लाया ।।धूपं।।

शरण आया,
मेरे भगवन् !
फल चमन लाया ।।फलं।।

शरण आया,
मेरे भगवन् !
द्रव्य विभिन लाया ।।अर्घ्यं।।

==हाईकू==
ठुकराना,
न जाने को ।
अपनाना आता तुमको ।।

।।जयमाला।।

तिरा ये चेहरा नूरानी ।
नजर भर देख लेने दो ।
जिगर-धर नेक लेने दो ।
तिरा ये चेहरा नूरानी ।।

ज्ञान गुरु सुत सम रस सानी ।
ज्ञान गुरु सुत सद् गुण खानी ।
ज्ञान गुरु सुत अर वर दानी ।।
तिरा ये चेहरा नूरानी ।
नजर भर देख लेने दो ।
जिगर धर नेक लेने दो ।
तिरा ये चेहरा नूरानी ।

शिष्य गुरु ज्ञान परम ज्ञानी ।
शिष्य गुरु ज्ञान परम ध्यानी ।
शिष्य गुरु ज्ञान स्वाभिमानी ।
तिरा ये चेहरा नूरानी ।
नजर भर देख लेने दो ।
जिगर धर नेक लेने दो ।
तिरा ये चेहरा नूरानी ।

ज्ञान गुरु सुत पातरि-पाणी ।
ज्ञान गुरु सुत धारक-पानी ।
ज्ञान गुरु सुत तारक-प्राणी ।
तिरा ये चेहरा नूरानी ।
नजर भर देख लेने दो ।
जिगर धर नेक लेने दो ।
तिरा ये चेहरा नूरानी ।
।। जयमाला पूर्णार्घं ।।

==हाइकू==
अयि दयालु ,
हुईं भूलें मानता हूँ,
दे भूला तू ।।

Sharing is caring!

  • Facebook
  • Twitter
  • LinkedIn
  • Email
  • Print

Leave A Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*

*


© Copyright 2021 . Design & Deployment by : Coder Point

© Copyright 2021 . Design & Deployment by : Coder Point